स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी की घोषणा हो चुकी है। विद्यार्थी गर्मियों की छुट्टी का बड़े ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, ऐसे में यह खबर काफी खुशी देने वाला है।
इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी कब से कब तक चलने वाली है। इसीलिए अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट में आखिर तक बनें रहे।
जानकारी के लिए बता दे कि शिविरा पंचांग के अनुसार गर्मियों की छुट्टियां मई एवं जून माह तक चलेगी। हालांकि इसकी फाइनल तारीख इस पोस्ट के अंत में जानेंगे।
लेकिन उससे पहले आपको बता दे स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया 1 मई से शुरू हो जानी है। जो कि माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी संशोधित शिवरा पंचांग के अनुसार सभी संस्था प्रधानों को प्रवेश शुरू करने के निर्देश दे दिया गया है।
शिवरा पंचांग में स्कूल स्तर पर एवं जिला समान परीक्षा योजना के अंतर्गत आयोजित वार्षिक परीक्षाओं का रिजल्ट भी मई में जारी करने को कहा जा रहा है। बता दे कि यह रिजल्ट 7 मई को जारी किया जा सकता है।
हालांकि बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट बाद में जारी किया जाना है जबकि स्कूल स्तर पर हुई परीक्षाओं का रिजल्ट 7 मई को जारी किए जाएंगे, उसी दिन रविंद्र नाथ टैगोर की भी जयंती मनाई जाती है, जिसे स्कूलों में उत्सव के रूप में मनाया जा सकेगा।
सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में नए शिक्षण सत्र 2024-25 हेतु पहली कक्षा में नामांकन 1 मई से शुरू हो सकता है जबकि अन्य कक्षाओं में नामांकन प्रक्रिया वार्षिक परीक्षा रिजल्ट जारी करने के बाद शुरू होगी,
जो कि 7 मई को घोषित किए जा सकते हैं एवं तत्पश्चात प्रवेश प्रक्रिया उन कक्षाओं में शुरू होगी। हालांकि बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट जारी होने में अभी समय बाकी है।लेकिन यह रिजल्ट जारी होने के बाद ही अगली कक्षा में प्रवेश हो सकेंगे।
स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी हुई घोषित
बता दे कि विद्यालय स्तर पर हुई परीक्षाओं का रिजल्ट जारी करने के बाद 8 मई से अगले कक्षा में नामांकन शुरू कर दिया जाएगा। अब बात करते हैं कि स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी कब होगी।
बता दे कि राजस्थान के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टी 17 मई से शुरू हो जाएगी, जो कि 30 जून तक चलेगी। तत्पश्चात वे सभी स्कूल है 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी।
हालांकि विद्यालयों में विद्यार्थियों की छुट्टियां 17 मई से 30 जून तक होगी। लेकिन शिक्षक एवं अन्य स्टाफ को 21 जून को विद्यालय पहुंचना होगा, क्योंकि उन्हें नामांकन, प्रवेश, उत्सव और अन्य तैयारी भी करनी है।